बोन कैंसर में राघवन नेचुरोपैथी की मेटाबॉलिक उपचार पद्धति
राघवन नेचुरोपैथी में बोन कैंसर के लिए मेटाबॉलिक उपचार एक समग्र (holistic) दृष्टिकोण पर आधारित है, जिसका उद्देश्य शरीर के ऊर्जा चयापचय को संतुलित करना और कैंसर कोशिकाओं के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाना है। बोन कैंसर में यह पद्धति ग्लूकोज़ पर अत्यधिक निर्भर कैंसर कोशिकाओं की ऊर्जा आपूर्ति को सीमित करने पर केंद्रित होती है। इसमें लो-कार्ब, हाई-फाइबर और पोषणयुक्त अल्कलाइन डाइट अपनाई जाती है, जिससे रक्त में शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि धीमी होती है। साथ ही, डिटॉक्स थेरेपी, योग, प्राणायाम और विशेष श्वसन तकनीकों से शरीर में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाया जाता है, जो अस्वस्थ कोशिकाओं के लिए हानिकारक वातावरण तैयार करता है। हर्बल सप्लीमेंट और प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट इम्यून सिस्टम को मज़बूत करते हैं, जबकि एंटी-इंफ्लेमेटरी उपाय सूजन कम करते हैं। यह उपचार मुख्य चिकित्सा के साथ मिलकर दर्द कम करने, हड्डियों की मजबूती बढ़ाने और रोगी के जीवन की गुणवत्ता सुधारने में मदद करता है।
बोन कैंसर के लक्षण:

लगातार दर्द
हड्डी या जोड़ में दर्द जो समय के साथ बढ़ता जाए और आराम करने पर भी न कम हो।

सूजन या गांठ
प्रभावित हड्डी के पास सूजन या उभार दिख सकता है।

हड्डी का कमजोर होना / फ्रैक्चर
हड्डियाँ आसानी से टूटने लगना।

जोड़ों की जकड़न या मूवमेंट में कठिनाई
खासकर कैंसर वाली हड्डी पास के जोड़ को प्रभावित करे तो।

बुखार या पसीना आना
कभी-कभी बार-बार हल्का बुखार रह सकता है।

नसों पर दबाव
अगर ट्यूमर बड़ा हो तो सुन्नपन, झुनझुनी या कमजोरी हो सकती है।
बोन कैंसर होने के प्रमुख कारण

जेनेटिक (Genetic) कारण
कुछ आनुवंशिक बदलाव या म्यूटेशन कैंसर कोशिकाओं के विकास में योगदान करते हैं।

प्राथमिक बोन कैंसर में अज्ञात कारण
ऑस्टियोसार्कोमा, यूइंग सार्कोमा जैसे प्रकार में अक्सर सटीक कारण स्पष्ट नहीं होता।

मेटास्टेटिक बोन कैंसर
अन्य अंगों के कैंसर (जैसे ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, फेफड़े, किडनी) हड्डियों तक फैल जाते हैं।

पर्यावरणीय और जीवनशैली कारण
अत्यधिक रेडिएशन या हानिकारक रसायनों के संपर्क।

हड्डियों में पुरानी चोट या सूजन
दुर्लभ मामलों में पुराने फ्रैक्चर या सूजन कैंसर के लिए जोखिम बढ़ा सकते हैं।

हॉर्मोनल बदलाव
बढ़ते हार्मोनल स्तर, विशेष रूप से किशोरावस्था में हड्डियों के तेज़ विकास के दौरान, कुछ मामलों में ऑस्टियोसार्कोमा के लिए अनुकूल वातावरण बना सकते हैं।
बोन कैंसर से बचाव के उपाय:
बोन कैंसर में मेटाबॉलिक उपचार की प्रभावशीलता
बोन कैंसर में मेटाबॉलिक उपचार शरीर के ऊर्जा चयापचय (metabolism) को संतुलित करके कैंसर कोशिकाओं के लिए प्रतिकूल वातावरण तैयार करता है। कैंसर कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तुलना में ग्लूकोज़ पर अधिक निर्भर होती हैं और ऑक्सीजन की कमी में भी बढ़ सकती हैं। मेटाबॉलिक थेरेपी में लो-कार्ब, पोषणयुक्त और अल्कलाइन आहार अपनाया जाता है, जिससे ग्लूकोज़ की उपलब्धता कम होती है और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि धीमी होती है।
साथ ही योग, प्राणायाम और डिटॉक्स तकनीकों से शरीर में ऑक्सीजन स्तर और पीएच संतुलित रहता है, जो अस्वस्थ कोशिकाओं के लिए प्रतिकूल होता है। हर्बल सप्लीमेंट और एंटीऑक्सीडेंट इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं, जबकि एंटी-इंफ्लेमेटरी उपाय हड्डियों और आसपास के ऊतक में सूजन घटाते हैं। यह पद्धति मुख्य चिकित्सा के साथ मिलकर दर्द कम करने, हड्डियों की मजबूती बढ़ाने और रोगी की जीवन गुणवत्ता सुधारने में मदद करती है।